Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -18-Jul-2022 मैं हूं कलमकार

रचयिता-प्रियंका भूतड़ा

शीर्षक-मैं हूं कलमकार
विषय-कलम

जहां ना पहुंचे रविराज,
वहां पहुंचे कलमकार।

शब्दों का करते हैं संरचना,
हर पन्नों पर सुशोभित होती है कलम,
कलम करती शब्दों का उच्चारण,
लिखकर अपनी रचना,
समाज को करती जागृत।

समझती है भावनाओं को कलम,
हर पल निभाती है संग,
सुख दुख में थामे रखती हस्त,
मेरी भावनाओं को करती स्पर्श,
मेरी कलम को करती हूं नमन।

लिखता जब कलम कर्ता,
धर्म कर्म का लेखा-जोखा,
कांप उठता पापियों का पाप,
होता उनका विनाश।

कलम है मेरा हथियार,
पन्नों पर सुशोभित करती अक्षर ज्ञान,
जिसको पढ़ कर बनते विद्वान,
होता समाज का विकास।

मेरा कलम है मेरा शस्त्र,
कोरा कागज है अस्त्र,
बिना आधार के करे वार,
मेरा साहित्य जीवन का सार।

मेरी कलम को करती हूं बारंबार प्रणाम,
जो देती मुझे लिखने का आसार,
समाज में करती जागरूकता प्रदान,
जिससे होता हर नागरिक का विकास।



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12 Comments

Seema Priyadarshini sahay

19-Jul-2022 06:53 PM

बहुत खूबसूरत

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Punam verma

19-Jul-2022 04:41 PM

Nice

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Abhinav ji

19-Jul-2022 07:46 AM

Nice

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